अखिलेश ने जेल में आजम, उनकी पत्नी व बेटे से की मुलाकात

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार दोपहर सीतापुर जेल में सांसद आजम खान, उनकी पत्नी विधायक तंजीन फातिमा व बेटे अब्दुल्ला आजम से मिलने पहुंचे। अखिलेश ने करीब 45 मिनट तक जेल में तीनों से बात की। उसके बाद बाहर आकर अखिलेश ने कहा- आजम खान को अदालत से इंसाफ मिलेगा। राजनीतिक षडयंत्र के तहत आजम खान को जेल में रहना पड़ रहा है। राजनीति में बदले की भावना से कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।




 




जब से यूपी में भाजपा आई, तब से आजम निशाने पर


अखिलेश यादव ने कहा- जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, तब से आजम खान सरकार के निशाने पर हैं। आजम के खिलाफ षडयंत्र हो रहा है। ये राजनीतिक षडयंत्र है, जिसके चलते उन्हें जेल में रहना पड़ रहा है। भाजपा के लोगों ने मिलकर षडयंत्र किया है। लेकिन, राजनीति में किसी से बदले की भावना से काम नहीं होना चाहिए। भाजपा से उम्मीद भी क्या कर सकते हैं? लगातार उन पर तमाम मुकदमे लगे हैं। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी निशाने पर लिया। कहा- सीएम को भाषा की मर्यादा नहीं पता है। राजनीतिक मर्यादा में रहकर क्या बोलना चाहिए, ये सीएम को नहीं मालूम है। सदन में कहना कि, हम बदला लेंगे। यह किसी चुने हुए जनप्रतिनिधि की भाषा नहीं हो सकती है।


लोगों को डराकर राजनीति करना चाहती भाजपा


सीएए के विरोध व समर्थन को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा पर अखिलेश यादव ने कहा- सरकार व पुलिस चाहती तो ये दंगे कभी नहीं हो सकते थे। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दिल्ली में थे। उनकी सुरक्षा के लिए करीब एक लाख जवान दिल्ली में होंगे। लेकिन, दिल्लीवासियों को सुरक्षा नहीं दे पाए। सरकार तो यही कहती थी कि, हमारी सरकार में दंगा नहीं होगा। लेकिन भाजपा लोगों को डराकर राजनीति करना चाहती है।


गुरुवार तड़के सीतापुर जेल किया गया शिफ्ट
आजम, उनकी पत्नी व बेटे के खिलाफ मंगलवार को अपर जिला न्यायाधीश धीरेंद्र कुमार की अदालत ने कुर्की का वारंट जारी किया था। यह वारंट पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने से संबंधित मुकदमे में जारी किए गए थे। अदालत में पेश न होने के कारण तीनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट पहले ही जारी किए जा चुके थे। बुधवार को तीनों ने अपर जिला न्यायाधीश की अदालत में समर्पण किया था। जहां उन्हें दो मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सांसद आजम समेत तीनों नेताओं को रामपुर जेल में रखा गया था। लेकिन, कानून व्यवस्था का हवाला देकर तीनों को सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया।